गेहूं, चना और सरसों समेत 6 फसलों की MSP में वृद्धि
नई दिल्ली (Economy India): मोदी सरकार ने दिवाली से पहले देशभर के किसानों को राहत देते हुए 6 रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) ने बुधवार को इस फैसले को मंजूरी दी।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा, “यह फैसला किसानों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य देने और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लिया गया है।”
फसलों के लिए MSP में कितनी हुई वृद्धि?
इस बार सरसों और रेपसीड की MSP में सबसे अधिक ₹300 प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है। इसके बाद मसूर के दाम ₹275 प्रति क्विंटल बढ़ाए गए हैं। अन्य प्रमुख फसलों की MSP में भी वृद्धि की गई है:
- चना: ₹210 प्रति क्विंटल
- गेहूं: ₹150 प्रति क्विंटल
- कुसुम: ₹140 प्रति क्विंटल
- जौ: ₹130 प्रति क्विंटल
फसलों पर MSP का गणित और लागत का मार्जिन
सरकार ने MSP को 2018-19 के केंद्रीय बजट में घोषित नीति के अनुरूप उत्पादन लागत का 1.5 गुना तय करने का वादा किया है। इस वर्ष के लिए अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के आधार पर फसलों का लाभ मार्जिन इस प्रकार है:
- गेहूं: 105%
- रेपसीड और सरसों: 98%
- मसूर: 89%
- चना और जौ: 60%
- कुसुम: 50%
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम किसानों को फसल विविधीकरण के लिए प्रेरित करेगा और उत्पादन में स्थिरता लाएगा।
किसानों को कैसे होगा फायदा?
नई MSP से किसानों को फसल बेचने के लिए वाजिब दाम मिलेंगे, जिससे उनकी आय बढ़ेगी। इससे रबी फसलों की बुवाई को भी प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह नीति किसानों के हित में बनाई गई है ताकि उन्हें उत्पादन लागत से अधिक लाभकारी मूल्य मिल सके।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “MSP बढ़ोतरी से न केवल किसानों को फसल की सही कीमत मिलेगी, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगी।”
MSP बढ़ोतरी से फसल विविधीकरण को बढ़ावा
सरकार का यह कदम न केवल किसानों की आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि उन्हें विविध फसलें उगाने के लिए भी प्रेरित करेगा। रेपसीड, सरसों और मसूर जैसी फसलों की MSP में वृद्धि से इन फसलों का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों का मानना है कि रबी फसलों की MSP में यह बढ़ोतरी सही समय पर आई है, क्योंकि किसान अब बुवाई की तैयारी में हैं।
रबी फसलों की MSP में बढ़ोतरी: दिवाली से पहले किसानों के लिए राहत का ऐलान
गेहूं, चना और सरसों समेत 6 फसलों के दाम में वृद्धि
- सरसों और रेपसीड के लिए MSP ₹300 प्रति क्विंटल बढ़ी, मसूर में ₹275 की बढ़ोतरी
- 2025-26 के लिए बढ़ी रबी फसलों की MSP, 1.5 गुना उत्पादन लागत पर तय हुआ मूल्य
- गेहूं की MSP में ₹150 प्रति क्विंटल इजाफा, चना और कुसुम को भी फायदा
- फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए MSP बढ़ोतरी, किसानों को मिलेगा लाभकारी मूल्य
- MSP में बढ़ोतरी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती, बुवाई के मौसम में राहत
- आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने दी मंजूरी, अश्विनी वैष्णव ने की घोषणा
- उत्पादन लागत पर 105% मार्जिन के साथ गेहूं का मूल्य तय, अन्य फसलें भी लाभ में
- खेती-किसानी को बढ़ावा: चना, मसूर, और जौ के दामों में भी बढ़ोतरी
- MSP में वृद्धि से किसानों को मिलेगी आर्थिक सुरक्षा और स्थिर आय
- सरकार का फोकस फसल विविधीकरण पर, रेपसीड और सरसों की खेती को मिलेगा प्रोत्साहन
दिवाली के अवसर पर MSP में इस बढ़ोतरी को किसानों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। यह कदम न केवल उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि कृषि क्षेत्र को अधिक स्थिर और लाभदायक बनाने में भी सहायक होगा।
(Economy India)