आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए24 और आईएमसी24 के मौके पर भारत की दूरसंचार यात्रा पर चर्चा
NEW DELHI (Economy India): नई दिल्ली में आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए24 और आईएमसी24 की पृष्ठभूमि में केंद्रीय संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने उद्योग जगत के CTO के साथ एक बैठक की मेजबानी की। इस बैठक में प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों और स्टार्टअप्स के तकनीकी प्रमुख शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य उभरती चुनौतियों पर विचार-विमर्श और दूरसंचार क्षेत्र के भविष्य को आकार देने के लिए समाधान तलाशना था।
‘मेड बाय इंडिया’ की ओर भारत का कदम
डॉ. पेम्मासानी ने अपने संबोधन में भारत की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“भारत अब केवल एक सेवा प्रदाता नहीं, बल्कि 5G और IoT में अग्रणी बन चुका है। हम ‘मेड फॉर इंडिया’ से ‘मेड बाय इंडिया’ की ओर बढ़ रहे हैं।”
उन्होंने इस परिवर्तन का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को दिया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच और स्वदेशी क्षमताओं को बढ़ावा देने वाली नीतियों ने भारत को तकनीकी क्षेत्र में एक वैश्विक नेता बनाया है।”
टेलीकॉम क्षेत्र में भारत का अगला कदम
बैठक में सी-डॉट, एयरटेल, रिलायंस जियो, एरिक्सन, क्वालकॉम और अन्य कंपनियों के CTO शामिल हुए। चर्चा का फोकस 5G, 6G, IoT और भविष्य की संचार प्रौद्योगिकियों पर था। डॉ. पेम्मासानी ने दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (Telecom Technology Development Fund) की जानकारी दी, जो उन्नत तकनीकों के व्यावसायीकरण को प्रोत्साहित करता है।
उन्होंने बताया कि 100 5G लैब्स स्थापित करने और स्वदेशी दूरसंचार प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए इस फंड से 60 मिलियन डॉलर का वार्षिक बजट आवंटित है।
PLI योजना और स्थानीय निर्माण को बढ़ावा
मंत्री ने 2021 में शुरू की गई प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना पर भी चर्चा की। पांच सालों में 1.4 बिलियन डॉलर के निवेश लक्ष्य वाली इस योजना ने अब तक 450 मिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित किया है और 6 बिलियन डॉलर से अधिक की बिक्री दर्ज की है। PLI योजना का उद्देश्य घरेलू विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देना है।
नई तकनीकों पर फोकस: 6G और एज कंप्यूटिंग
डॉ. पेम्मासानी ने उद्योग के नेताओं से क्वांटम संचार और एज कंप्यूटिंग जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा,
“यह हमारा मौका है कि हम 6G के रोलआउट में नेतृत्व करें और उद्योग 4.0 के लिए नए बिज़नेस मॉडल विकसित करें।”
उद्योग जगत से सुझाव और सहयोग का आग्रह
टेलीकॉम क्षेत्र के CTO ने 5G के अधिक उपयोग मामलों और बैकहॉल फाइबर नेटवर्क के विस्तार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने नेटवर्क विस्तार को डिजिटल समावेश और आर्थिक विकास का प्रमुख साधन बताया।
डब्ल्यूटीएसए 24 और आईएमसी 24: वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति
डब्ल्यूटीएसए 24 और आईएमसी 24 के दौरान होने वाली चर्चाओं को भारत की डिजिटल यात्रा के नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। डॉ. पेम्मासानी ने कहा कि यह आयोजन भारत को ओपन RAN, 6G और AI-संचालित नेटवर्क के वैश्विक मानकों पर नेतृत्व करने का अवसर देगा।
आईएमसी 24, एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल मंच, भारत की तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
बैठक के अंत में डॉ. पेम्मासानी ने उद्योग जगत के नेताओं की सराहना करते हुए कहा,
“आपका काम नेटवर्क को केवल बुनियादी ढांचा नहीं बल्कि डिजिटल समावेश, आर्थिक प्रगति और तकनीकी संप्रभुता का साधन बनाता है।”
(Economy India)