अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी पर भारतीय एजेंसियों की सख्ती, छत्तीसगढ़ में पकड़े गए मुख्य आरोपी की रिमांड 11 अगस्त तक बढ़ी; जांच में पाकिस्तान से जुड़े सप्लाई नेटवर्क और फंडिंग स्रोतों का खुलासा जारी।
CHHATTISGARH / RAIPUR ( Economy India): छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसकी डोरें सीधे पाकिस्तान से जुड़ी हैं। इस बड़े खुलासे ने न केवल राज्य बल्कि केंद्रीय एजेंसियों को भी चौकन्ना कर दिया है। अब इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) भी इस केस की गहन जांच में शामिल हो चुके हैं।
मुख्य आरोपी लवजीत सिंह, उसके सहयोगी सुवित श्रीवास्तव और सैफ चीला से पूछताछ जारी है, और कोर्ट ने तीनों की रिमांड 11 अगस्त तक बढ़ा दी है ताकि ड्रग नेटवर्क की पूरी कड़ियां खोली जा सकें।
कैसे शुरू हुई कार्रवाई
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पाकिस्तान से हेरोइन पंजाब के रास्ते रायपुर में सप्लाई हो रही है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
क्राइम ब्रांच एएसपी संदीप मित्तल के नेतृत्व में टीम ने कई दिनों तक गुप्त निगरानी रखी। 3 अगस्त को इस ऑपरेशन ने निर्णायक मोड़ लिया, जब कमल विहार सेक्टर-4 स्थित एक मकान पर दबिश दी गई। यहां से पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों – लवजीत सिंह, सुवित श्रीवास्तव और अश्वन चंद्रवंशी – को गिरफ्तार किया।
4 अगस्त की बड़ी बरामदगी
अगले ही दिन, 4 अगस्त को पुलिस ने इस मकान की तलाशी में 412 ग्राम हेरोइन बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹1 करोड़ आंकी गई। यही नहीं, छापेमारी में मिले दस्तावेजों और मोबाइल डेटा ने पूरे नेटवर्क का खुलासा कर दिया। इसी आधार पर पुलिस ने पंजाब और रायपुर से जुड़े अन्य 6 तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया।

हाई–टेक तस्करी का तरीका
जांच में पता चला कि यह नेटवर्क बेहद संगठित और तकनीकी रूप से उन्नत तरीके से काम कर रहा था।
- आरोपी विदेशी मोबाइल नंबरों से इंटरनेट कॉलिंग करते थे, जिससे उनकी बातचीत ट्रैक न हो सके।
- लोकेशन और मीटिंग प्वाइंट वीडियो और लाइव लोकेशन शेयरिंग से भेजे जाते थे।
- पेमेंट ट्रांजैक्शन के लिए म्यूल अकाउंट्स का इस्तेमाल होता था, जिससे पैसा अलग-अलग खातों में घुमाकर ट्रेसिंग मुश्किल हो जाती थी।
कौन–कौन हैं इस नेटवर्क में
- लवजीत सिंह उर्फ बंटी – पंजाब के गुरदासपुर का निवासी और पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड। पाकिस्तान से सीधे हेरोइन मंगवाने और सप्लाई करने में माहिर।
- सुवित श्रीवास्तव – रायपुर में स्थानीय नेटवर्क का मुख्य ऑपरेटर, जिसने मकान को सप्लाई हब बनाया।
- अश्वन चंद्रवंशी – मकान में सहयोगी और स्टॉक मैनेजर।
- लक्ष्य परिफल राघव उर्फ लव, अनिकेत मालाधरे, मनोज सेठ, मुकेश सिंह, जुनैद खान उर्फ सैफ चीला, राजविंदर सिंह उर्फ राजू – सप्लाई चेन के अन्य अहम सदस्य।
बरामद सामान और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने छापेमारी में हेरोइन के अलावा –
- कई मोबाइल फोन
- क्रेटा कार (CG 04 QH 7491)
- तौल मशीन
- हेरोइन सेवन का सामान
- एटीएम कार्ड, चेकबुक और अन्य अहम दस्तावेज
जब्त किए हैं।
सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21(सी) और 29 के तहत मामला दर्ज है।

अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और आगे की जांच
पुलिस ने पुष्टि की है कि लवजीत सिंह पाकिस्तान से सीधे हेरोइन मंगवाता था और इसे पंजाब के जरिए छत्तीसगढ़ भेजा जाता था। पूरे नेटवर्क को वर्चुअल इंटरनेशनल नंबरों से ऑपरेट किया जाता था, जिससे उनका लोकेशन डेटा सुरक्षित रहे।
अभी तक की जांच में करोड़ों रुपये के लेन-देन और विदेशी नेटवर्क के साथ सीधा लिंक सामने आया है। पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी नाम सामने आएंगे और गिरफ्तारी होगी।
पुलिस की बड़ी सफलता
इस ऑपरेशन को छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने रायपुर रेंज के आईजी, एसएसपी और पूरी टीम को बधाई दी है और पुरस्कृत करने की अनुशंसा की है।
यह केस न सिर्फ राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में है, क्योंकि इसमें सीधे पाकिस्तान से ड्रग तस्करी का कनेक्शन उजागर हुआ है।
(Economy India)